एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग कैसे किया जाता है?

आज के समय में एप्लीकेशन Shoftwaer का उपयोग तो बहुत ही ज्यादा  होता है तो आज हम आपको इस आर्टिकल में एप्लीकेशन Shoftwaer का उपयोग कैसे किया जाता है आज हम आपको इसके बारे में बहुत ही विस्सेतार से बताएँगे हमारी इस जानकरी को आप अंत तक जरुर पढ़े

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग कैसे किया जाता है?
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग कैसे किया जाता है?

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग कैसे किया जाता है?

 

किसी विशेष टास्क को पूरा करने के लिए एक डेवलपर या फिर कंपनी द्वारा  application software का निर्माण किया जाता है। बता दें कि एप्लीकेशन प्रोग्राम को नोर्मल उद्देश्य को पूरा करने के लिए क्रिएट किया जाता है जैसे कि प्रोडक्शन का लेखा-जोखा करने के लिए, नॉर्मल बिल बुक तैयार करने के लिए अथवा एकाउंटिंग से संबंधित काम को करने के लिए या फिर खाता बही तैयार करने के लिए।

 

मुख्य तौर पर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग डिमांड के आधार पर क्रिएट किए जाते हैं। अधिकतर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की डिमांड बैंक, हॉस्पिटल, इंश्योरेंस कंपनी और पब्लिकेशन करते हैं।

 एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग

 

प्रोग्राम तथा प्रोग्राम्स का एक ऐसा समूह जिनका उपयोग end user के द्वारा किया जाता है वह  एप्लीकेशन software कहलाते है। दुसरे शब्दों में computer पर उल्टा आधरित जिन मुख्य कामो को करने के लिए प्रोग्राम्स का इस्तेमाल किया जाता है उन्हें  application software कहा जाता है। यहाँ से आप application shoftwer कौन सा है पढ़ सकते है।

 

application software कि खासियत है कि हम कभी भी आवश्यकता पड़ने पर application software को इन्स्टाल करके हम चला सकते है और आवश्यकता खत्म हो जाने पर हम उसे unstal करके अपने डिवाइससे remove कर सकते है। user कि इच्छा के मुताबिक अलग अलग application software क्रिएट किए जाते हैं। इस आर्टिकल में आप एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर से जुड़ी खास बातें जानेंगे।

 

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल क्या है?

 

विभिन्न प्रकार के कार्यों को पूरा करने के लिए अलग-अलग प्रकार के एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को डेवलपर कंपनी या फिर डेवलपर व्यक्ति के द्वारा तैयार किया जाता है। बता दें कि, जिस काम को करने के लिए जिस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को तैयार किया जाता है उस पर उसी काम को किया जा सकता है, उसके अलावा दूसरा कोई काम उसके ऊपर नहीं किया जा सकता है।

हालांकि इसके अलावा कुछ ऐसे मल्टी परपज वाले एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर भी होते हैं जिस पर हम एक साथ ही कई प्रकार के कामों को कर सकते हैं। जैसे कि पेटीएम।

पेटीएम पर हम कई काम एक साथ कर सकते हैं। इसके अलावा एमएस वर्ड जैसे प्रोसेसर प्रोग्राम पर हम सिर्फ टेक्स्ट की एडिटिंग, टेक्स्ट की टाइपिंग, उसकी फॉर्मेटिंग जैसे काम पूरे कर सकते हैं, वही अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर टैली पर हम सिर्फ अकाउंटिंग से रिलेटेड वर्क को ही कर सकते हैं।

इसके आलावा एडिटिंग सोफ्टवेर फोटो शॉप पर हम सिर्फ फोटो एडिटिंग करने का काम ही कर सकते है।application software के अन्य कार्य निम्न प्रकर से है।  

 

  • वर्डप्रोसेसिंग application software का इस्तेमाल करके हम टाइपिंग, डॉक्यूमेंट की एडिटिंग ,फोर्मटिंग जैसे काम को कर सकते हैं।
  • स्प्रेडशीट एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके हम वित्तीय डेटा को रिकॉर्ड कर सकते हैं, उसकी कैलकुलेशन कर सकते हैं और उसकी कंपैरिजन भी कर सकते हैं।
  • डेटाबेस मैनेजमेंट एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल हम डाटा को मनीप्लेट करने के लिए, डाटा का मैनेजमेंट करने के लिए और डाटा को स्टोर करने के लिए कर सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस फाइल इसका प्रमुख उदाहरण हैं।
  • प्रेजेंटेशन application software का यूज करके हम इमेज ,ऑडियो ,विडियो और टेक्स्ट का इस्तेमाल करके  करके ग्राफिकल प्रस्तुति प्रस्तुत कर सकते हैं। इसकी सहायता से हम अपने किसी भी प्रोजेक्ट रिपोर्ट को काफी अच्छे से तैयार कर सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट इसका प्रमुख उदाहरण है।
  • एकाउंटिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके हम फाइनेंस और अकाउंटिंग से संबंधित कामों को कर सकते हैं। इसके अंदर हम फाइनेंशियल डाटा को स्टोर कर सकते हैं, साथ ही साथ इसका इस्तेमाल वर्कर की पेमेंट ट्रांजैक्शन को करने के लिए भी किया जाता है। टैली अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर व्यापार इसके प्रमुख उदाहरण है।
  • डेस्कटॉप पब्लिशिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का यूज न्यूज़लेटर और उपयोग पत्र बनाने के लिए किया जाता है। एडोब इंडिजाइन, एडोब पेजमेकर, माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर इसके प्रमुख उदाहरण है।
  • ग्राफिक डिजाइनिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का यूज 3D और 2D पिक्चर को बनाने के लिए अथवा चित्र को बनाने के लिए किया जाता है।एडोब इलस्ट्रेटर, एडोब फोटोशॉप, कोरल ड्रॉ और ऑटोकैड इसके प्रमुख उदाहरण है।
  • मल्टीमीडिया एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का यूज़ वीडियो फाइल, ऑडियो फाइल को रिकॉर्ड करने के लिए होता है अथवा चलाने के लिए होता है। विंडोज मल्टीमीडिया प्लेयर, वीएलसी मीडिया प्लेयर, मीडिया मंकी और आइट्यून इसके प्रमुख उदाहरण है।

Application software के कितने प्रकार है?

  • वर्ड प्रोसेसिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर 
  • अकाउंटिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
  • स्प्रेडशीट एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
  • डेटाबेस मैनेजमेंट एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
  • डेस्कटॉप पब्लिशिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
  • ग्राफिक डिजाइनिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
  • मल्टीमीडिया एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर

 

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की विशेषता क्या है?

 

नीचे आपको एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की कुछ विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रोवाइड की गई है।

उपयोगकर्ताओं की आवश्यक्ता को देखते हुए एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को क्रिएट किया जाता है।

सभी प्रकार के फंक्सन ,टूल और पूरी सामग्री हमें सिंगल विंडो पर application software के अन्दर प्राप्त हो जाती है जिसके कारण हम जल्दी से अपने काम कर लेते है।

जिन लोगो को application के बारे में ज्यादा जानकारी नही होती है उन लोगो के लिए application software फायदेमंद साबित होता है ,क्योंकि यह एक नार्मल user के काम को आसन बनाने में उनकी काफी सहयाता है।

कुछ application software ऐसे भी होते है जिसमे आवश्यकता के हिसाब से Add-ons की सर्विस भी यूजर को प्राप्त हो जाती है।

application software को चलाना बहुत ही आसन होता है क्योंकि इसका निर्माण करते समय इस बात का ध्यान रखा जाता है कि यह user -friendly हो।

 

निष्कर्ष 

आज हमने आपको बताया है के application software के बारे में बताया है कि इसको उपयोग कैसे किया जाता है तो हमने आपको विस्तार से बताया है अगर आपको यह हमरा आर्टिकल पसंद आया है तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे अगर कोई dout है तो हमें कमेंट करे धन्यवाद

 

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